पेंशन पीट गई राजनीति के भेंट चढ़ गई। राजनीतिज्ञों कि पेेंशन अनगिनत बार शुरू हो गई। पेंशन पीट गई राजनीति के भेंट चढ़ गई। राजनीतिज्ञों कि पेेंशन अनगिनत बार शुरू हो...
कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें न रहें आज कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें...
तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था ! तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था !
अपने *अस्तित्व* को बचाने में.. रह जाती है बहुत दूर.. परीक्षा की परीक्षा..... अपने *अस्तित्व* को बचाने में.. रह जाती है बहुत दूर.. परीक्षा की परीक्षा.....
यंत्रों मध्य रहते हरदम इनका दोष नहीं है। यंत्रों मध्य रहते हरदम इनका दोष नहीं है।
चालाकी से अपना मीठा , मुँह कर लो पर याद रहे। देर कहां लगती है लोगों , काला मुंह हो चालाकी से अपना मीठा , मुँह कर लो पर याद रहे। देर कहां लगती है लोगों , क...